MSME : ऐसे कराएं रजिस्ट्रेशन, उठाएं फायदा। || एमएसएमई उद्योग आधार, MSME Udyog Aadhar ||

     MSME : ऐसे कराएं रजिस्ट्रेशन, उठाएं फायदा

             नई द‍िल्‍ली: भारत में फ‍िलहाल कई तरह के उद्योग स्थापित हैं। जिनमें कुछ उद्योग बड़े हैं तो कुछ छोटे हैं। बड़े उद्योग को चलाने के लिए काफी पैसा और लोगों की जरूरत होती है। जबक‍ि छोटे उद्योगों को स्थापित लिए कम पैसा और कम लोगों की जरूरत पड़ती है। भारत में स्थापित इन छोटे उद्योगों को एमएसएमई की श्रेणी में रखा जाता है। एमएसएमई में विकास के लिए सरकार काफी सारे प्रयास करती रहती है जिनका लाभ उन लोगों को मिलता है जो वास्तव में उद्योग स्थापित कर उसे अच्छी तरह चलाने की सोच और समझ रखते हैं। आप भी छोटे उद्योग स्थापित करना चाहते हैं तो चल‍िए आपको बताते है कि एमएसएमई क्‍या है? एमएसएमई रजिस्ट्रेशन कैसे होता है, इसके साथ ही एमएसएमई के क्‍या फायदे है। जान‍िए क्या है एमएसएमई सूक्ष्म, लघु एवं मध्यम उद्यम को शॉर्ट फॉर्म में एमएसएमई कहा जाता है। सूक्ष्म, लघु एवं मध्यम उद्योग क्षेत्र का देश के आर्थिक विकास में बहुत महत्वपूर्ण योगदान है। इसलिए, भारत सरकार ने लघु उद्योगों को बढ़ावा देने के लिए कई सारी योजनाएं शुरू की हैं। इन योजनाओं का लाभ एमएसएमई रजिस्ट्रेशन के माध्यम से उठाया जा सकता है। एमएसएमई कारोबारियों को केंद्र सरकार और राज्य सरकार द्वारा कई तरह से प्रोत्साहन दिया जा रहा है। देश की अर्थव्यवस्था में लघु उद्योग क्षेत्र के योगदान को देखते हुए सरकारी बैंक के साथ ही साथ प्राइवेट क्षेत्र की नॉन बैंकिंग फाइनेंसियल कंपनियां (एनबीएफसी) भी कम ब्याज दर बिजनेस लोन दे रही हैं। एमएसएमई कितने तरह के होते हैं? सूक्ष्म, लघु एवं मध्यम उद्यम (एमएसएमई) दो तरह के होते हैं। पहला, 👉मैनुफैक्चरिंग उद्योग जिसमें नई चीजों को बनाने यानी मैनुफैक्चरिंग का काम किया जाता है। वहीं दूसरा, 👉सर्विस सेक्टर, जिसमें सेवा देने करने का काम किया जाता है। इस सेक्टर में लोगों को और विभिन्न संस्थाओं का काम सर्विस देने का होता है। 


एमएसएमई में ऑफलाइन कैसे करें रजिस्ट्रेशन
MSME Registration

एमएसएमई में ऑफलाइन कैसे करें रजिस्ट्रेशन सबसे पहले जिस विभाग के लिए आप उद्योग शुरू कर रहे है, उसके साथ एक आवेदन पत्र में जो आपकी बुनियादी सूचना है उसे भरे, उसके बाद संबंधित दस्तावेज के साथ एमएसएमई ऑफिस में पंजीकृत करा लें। आवेदन और दस्तावेज़ को जमा करने से पहले किसी विशेषज्ञ से सारे दस्तावेज को प्रमाणित करा ले, उसके बाद आवेदन को जमा कर दे, आप आवेदन को जिस भी जिले में अपना व्यवसाय शुरू कर रहे है वहां के जिला उद्योग केंद्र में जाकर जमा कर सकते है। इसके बाद विभाग के द्वारा, आपके आवेदन को आपके दस्तावेज़ के साथ एमएसएमई रजिस्ट्रार के पास फाइल किया जायेगा, फिर विशेषज्ञ उसका सत्यापन करेंगे। सत्यापन के बाद आवेदन स्वीकृत हो जाने के बाद आपको एमएसएमई प्रमाण पत्र जारी कर दिया जायेगा और आपको कोरियर और इमेल के माध्यम से सूचित कर दिया जायेगा। एमएसएमई रजिस्ट्रेशन के लिए जरूरी डॉक्यूमेंट एमएसएमई के अंतर्गत रजिस्ट्रेशन करवाने के लिए कुछ जरूरी कागजात व जानकारी की जरूरत पड़ती है। 
रजिस्ट्रेशन के लिए जरूरी कागजात की लिस्ट 
1- आवेदनकर्ता का पैन कार्ड की फोटो कॉपी 
2- आवेदनकर्ता के प्रमाण पत्र के रूप में आधार कार्ड की फोटो कॉपी।
3- यदि लाभार्थी किसी किराए के संपत्ति में अपना उद्योग लगाता है, तो किराएदार का समझौता प्रमाण पत्र।
4- यदि लाभार्थी स्वयं की संपत्ति में अपने उद्योग को चलाता है, तो इसके लिए संपत्ति के दस्तावेज।
5- लाभार्थी का घोषणा पत्र। 
6- मोबाईल नंबर।
7- ईमेल आईडी।





एमएसएमई में ऑनलाइन कैसे करें रजिस्ट्रेशन 
MSME Online Registration Process

बिजनेस छोटा हो या बड़ा हो आपको उसे कानूनी रूप से चलाने के लिए उसका रजिस्ट्रेशन अनिवार्य है। आप अगर एमएसएमई बिजनेस शुरू करना चाहते हैं तो आप उसके लिए ऑनलाइन एप्‍ल‍िकेशन कर सकते हैं। 
👉एमएसएमई रजिस्ट्रेशन के लिए आपको msme के वेबसाइट पर जाना है। 
👉यहां आपको एक छोटा सा फॉर्म दिखाई देगा जिसमें आपको अपना आधार नंबर और अपना नाम लिखना है। 
👉इसके बाद जनरेट ओटीपी पर क्लिक करना है। 
👉इसके बाद आपके आधार रजिस्टर्ड मोबाइल नंबर पर ओटीपी आएगा जिसे आपको फॉर्म में दर्ज करना है। 
👉इसके बाद आपसे कुछ डीटेल जैसे पर्सनल डीटेल, आपके ब‍िजनेस की ड‍िटेल आदि पूछी जाएगी जिसे आपको सही-सही भरना है। 
👉 एमएसएमई द्वारा आपके द्वारा दिए हुए जानकारी का पुष्टि होने के बाद आपके बिजनेस को सत्यापित कर रजिस्ट्रेशन दे दिया जाएगा।
इस तरह आप अपने उद्योग आधार के लिए रजिस्ट्रेशन कर सकते हैं। आपको फॉर्म भरने के बाद एक ई रसीद प्राप्त होगी उसका प्रिंटआउट निकलवा लें और अपने पास रखें। 






एमएसएमई रजिस्ट्रेशन के फायदे
MSME Registration Benefits

एमएसएमई रजिस्ट्रेशन के फायदे एमएसएमई रजिस्ट्रेशन आपको कानूनी रूप से बिजनेस करने की स्वतन्त्रता देता है वहीं आपको कुछ और फायदे भी मिलते हैं जिनसे आपका बिजनेस अच्छी तरह ग्रोथ कर सकता है। एमएसएमई रजिस्ट्रेशन करवाने से आपका बिजनेस सरकार के पास रजिस्टर हो जाता है। इसके जरिये बैंक आपको आपका बिजनेस बढ़ाने के लिए आसानी से लोन दे देते हैं। आपको आपके बिजनेस के लिए सरकार से कम ब्‍याज दर पर आसानी से लोन मिल जाता है। इसके साथ ही सरकार द्वारा जो लोन दिलाये जाते हैं वो भी आपको प्राप्त हो सकते हैं। एमएसएमई रजिस्ट्रेशन करवाने पर ज़्यादातर राज्य लोगों को बिजली, टैक्स आदि में सब्सिडी आदि प्रदान करते हैं। एमएसएमई में रजिस्टर्ड बिजनेस को एक्साइज़ छूट योजना का भी लाभ मिलता है. इसके अंतर्गत प्रारम्भिक वर्ष में कुछ प्रत्यक्ष करों में छूट मिलती है। सरकार ऐसे कई टेंडर जारी करती है जो सिर्फ एमएसएमई के लिए ही होते हैं उनका लाभ भी एमएसएमई रजिस्टर्ड बिजनेस को मिलता है। एमएसएमई में निवेश क्यों करे? एमएसएमई में निवेश के लिए सरकार खुद भारतवासियों को प्रोत्साहित कर रही है। कोरोना लॉकडाउन में भारत सरकार ने एमएसएमई सेक्‍टर की ग्रोथ के लिए 3 लाख करोड़ रुपये लोन के रूप में बांटने की बात कही है। यानि एमएसएमई के अंतर्गत कई तरह के लोन आने वाले कुछ महीनों में बाते जाएंगे। अगर आप पहले से किसी एमएसएमई ब‍िजनेस से जुड़े हैं तो भी आपको फायदा हो सकता है और अगर आप नया उद्योग स्थापित करना चाहते हैं तो उसमें भी आपको फायदा हो सकता है। एमएसएमई ब‍िजनेस स्थापित करने के लिए बस आपके पास एक अच्छा बिजनेस मॉडल होना चाहिए। बिजनेस के लिए सरकार आपकी काफी हद तक आर्थिक मदद करती है। एमएसएमई को चुनना भारत के लिए इसलिए भी जरूरी है क्योंकि क्योंकि इससे सीधे तौर पर कुशल, अर्धकुशल लोगों को रोजगार मिलता है। इन उद्योगों के जरिये देश का पैसा देश में ही रहता है और स्वदेशी उद्योगों को बढ़ावा मिलता है जिसका सीधा सा योगदान देश की अर्थव्यवस्था को बढ़ाने में मिलता है। वही दूसरी ओर इस तरह के उद्योग सीधे तौर पर बड़े-बड़े उद्योगों को मदद देते हैं। ये उनके लिए कई तरह की सहायक चीजे उपलब्ध कराते हैं जिनकी सीधे तौर पर बड़े उद्योगों को जरूरत होती है। इसलिए अगर आपके पास कम पैसा है और आप सरकार की ओर से लाभ लेना चाहते हैं तो आपको एमएसएमई में निवेश करना चाहिए। इन बातों का भी ध्‍यान दें एमएसएमई लोन के लिए आवेदन आप ऑनलाइन एवं ऑफलाइन दोनों तरह से आवेदन किया जा सकता है। ऑनलाइन आवेदन के लिए msme.gov.in में जाकर आवेदन कर सकते है। अगर आप एमएसएमई लोन की लिमिट जानना चाहते है तो बता दें कि सूक्ष्म के लिए 1 करोड़, लघु के लिए 10 करोड़ एवं मध्यम के लिए 20 करोड़ लिमिट है। एमएसएमई लोन के लाभ बैंक से लाभ, राज्य सरकार द्वारा छूट, कर लाभ, कम इंटरेस्ट में लाभ है। एमएसएमई लोन के तहत 1 करोड़ से 20 करोड़ तक का लाभ मिल सकता है। बता दें क‍ि एमएसएमई लोन पर इंटरेस्ट रेट 8.30 - 6.25 के बीच है। 

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